जशोदा ग्रुप ऑफ कंपनीज में निवेशकों के डूबे दो करोड़
जमशेदपुर : जशोदा नेटवर्क मार्केटिंग सर्विसेज लिमिटेड और जशोदा रियल एस्टेट की जशोदा ग्रुप ऑफ कंपनीज (नन बैंकिंग) में चिटफंड के खेल में शहर के निवेशकों के करीब दो करोड़ रुपये डूब गये। दोनों कंपनियां कोलकाता की हैं।
2012 से उत्तम दत्ता नामक व्यक्ति इसे जमशेदपुर में चला रहा था। बिष्टुपुर गुरुद्वारा बस्ती में कंपनी का कार्यालय था। इन कंपनियों में मासिक, अर्द्धवार्षिक और वार्षिक स्कीम के तहत निवेश कराया जाता था। इस काम के लिए उत्तम दत्ता ने 200 से अधिक एजेंट बहाल कर रखे थे। जमा राशि की मैच्युरिटी के बाद निवेशकों को जमा धन का दोगुना तो दूर मूलधन भी वापस नहीं मिला।
अब निवेशक एजेंटों से अपना पैसा मांग रहे हैं। एजेंटों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। निवेशक कंपनी के एजेंटों के घर का चक्कर काट रहे है और एजेंट कंपनी के दफ्तर का। थक हार कर कंपनी के एजेंट शशिकांत पांडेय, पिंटू डे, सोनामुनी बोदरा व एम गीता ने गुरुवार को एसएसपी अमोल वी होमकर से उनके कार्यालय में मुलाकात की व जशोदा ग्रुप ऑफ कंपनीज के खिलाफ लिखित शिकायत की। एसएसपी ने मामले को सिटी एसपी चंदन कुमार झा को देखने को कहा है।
एमआइएस और आरडी के नाम पर निवेश कराया
एजेंट पिंटू डे ने बताया कि पांच साल में रकम को दोगुना करने का झांसा देकर निवेशकों से निवेश कराया गया। मासिक प्लान के तहत एमआइएस चलाया जाता था। इसके अतिरिक्त एडवांस बुकिंग डिपॉजिट(एबीडी), आरडी, एफडी समेत कई तरह के स्कीम चलाकर ठगी की गई।
साइकिल से कार तक का मिलता था प्रलोभन
जशोदा ग्रुप ऑफ कंपनीज के संचालकों ने पैसे निवेश कराने के एवज में साइकिल, पंखा, फ्रीज, एसी, वॉशिंग मशीन से लेकर कार तक उपहार में देने का लालच देकर जमशेदपुर में 200 एजेंट बहाल किए थे। आम लोगों से पैसा निवेश कराने पर एजेंटों को कमीशन दिया जाता था लेकिन मैच्युरिटी का समय पूरा होते कंपनी ने एजेंटों को टाल-मटोल करना शुरु किया। कमीशन भी बंद कर दिया गया। एजेंटों की मानें तो वे लोग रुपये निवेश कराकर फंस गए।
सारधा घोटाले के बाद कंपनी ने खींचे हाथ
एजेंटों ने एसएसपी को बताया कि पश्चिम बंगाल के चर्चित सारधा घोटाले के बाद कंपनी ने जमशेदपुर में अपना दफ्तर बंद कर दिया। एजेंटों ने जब कंपनी के प्रबंध निदेशक पूर्णशंकर गांगुली से संपर्क किया तो सभी एजेंटों को मिदनापुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में बुलाया गया, लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला।
परसुडीह थाने में लंबित है मामला
एजेंटों ने एसएसपी को बताया कि वे मामले को कोर्ट लेकर गए थे। कोर्ट ने परसुडीह थाने की पुलिस को जांच कर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई। कंपनी को जमशेदपुर में लाच कराने वाला व्यक्ति परसुडीह में ही रहता है।
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