मुंबई। तेल आयातकों में डॉलर की मांग बढ़ने की वजह से रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले ऐतिहासिक गिरावट दर्ज करते हुए 68.75 के नए निचले स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले रुपया मंगलवार को प्रति डॉलर 66.25 रुपया के स्तर पर बंद हुआ था।
जानकारों के मुताबिक आयातकों के बीच डॉलर की मांग बढ़ना और देश की कमजोर अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेशकों की रुचि कम होना रुपये में गिरावट की मुख्य वजह है। वहीं लोकसभा में पास फूड सिक्युरिटी बिल को लागू करने में करीब 1.3 लाख करोड़ (20 अरब डॉलर) का खर्च आएगा।
इस बीच एसोचैम का कहना है कि दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को एक बैठक कर यह सोचना चाहिए कि फेडरल रिजर्व के एकपक्षीय फैसले का सामना कैसे किया जाए, जिसके कारण दुनिया भर में मुद्राओं पर नकारात्मक असर देखा जा रहा है।
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