निवेशकों का धन डूबने नहीं दिया जाएगा : सेबी चेयरमैन उपेंद्र कुमार
नई दिल्ली। सेबी के चेयरमैन उपेंद्र कुमार सिन्हा का कहना है कि निवेशकों का धन डूबने नहीं दिया जाएगा। उनके धन की वापसी सेबी की प्राथमिकता सूची में शीर्ष पर है।
छोटी कंपनियों की ओर से निवेशकों को लुभावने सपने दिखाकर निवेश कराने के बाद लापता होने के मामलों में काफी सुधार हुआ है। पांच वर्षों में इस तरह के मामलों में कमी आई है।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के वाणिज्य संकाय में आयोजित संगोष्ठी में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सेबी प्रमुख बोले कि निवेशकों से जुड़े फोरम और ट्रिब्यूनल सक्रिय हो चुके हैं। दूसरी तरफ सेबी और स्टॉक एक्सचेंजों ने जिस तरह कॉरपोरेट गवर्नेंस पर जोर दिया है, उसका भी फायदा हुआ है। सिन्हा ने कहा कि घरेलू और विदेशी दोनों तरह के निवेशकों के लिए अच्छा माहौल बन रहा है। वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान 45 अरब डॉलर का विदेशी निवेश हुआ।
म्यूचुअल फंड में वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान निवेश संतोषजनक नहीं रहा, लेकिन बीते वित्त वर्ष में 65 हजार करोड़ रुपये इक्विटी मार्केट में निवेश हुए जो एक अच्छे माहौल का सूचक है। यदि कोई कंपनी अपने तिमाही परिणाम की रिपोर्ट समय पर नहीं देती है या गलत देती है तो ऐसे मामलों की जांच स्टॉक एक्सचेंज में हो रही है। कई कंपनियों पर कार्रवाई भी हुई। यह पहली बार है कि कंपनी की ओर से गलत रिपोर्ट दी गई तो उसके खातों के पुनः विवरण (रीस्टेटमेंट ऑफ अकाउंट) देने के लिए दबाव बना रहे हैं।कई कंपनियों को सेबी ने खातों के पुनः विवरण के लिए बाध्य किया है। सेबी के चेयरमैन बोले कि मेक इन इंडिया की मुख्य बात यह है कि भारत में ही उद्योग लगाएं और उत्पादन बढ़ाएं। उसमें जो भी सरकारी मदद है, वह उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना के लिए सेबी और स्टॉक एक्सचेंज ने लघु व मध्यम उद्योगों के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया है। इसमें पहले से ही 95 कंपनियां सूचीबद्ध हो चुकी हैं, जिससे निवेशकों और उद्यमियों को भी लाभ हुआ है।
सिन्हा ने कहा कि मार्केट में धोखाधड़ी से निवेशकों को बचाने के लिए वित्तीय जागरूकता जरूरी है। सामूहिक निवेश स्कीम के जरिये धन जुटाने वाली कंपनियों के एजेंट निवेशकों को भ्रमित करते हैं और मोटा कमीशन कमाते हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसके अलावा सेबी फोन कॉलों के जरिये निवेशकों को मुफ्त परामर्श दे रहा है।
यह सुविधा 24 घंटे 14 भाषाओं में दी जा रही है। यहां निवेशकों की शिकायतों का निपटान किया जाता है। बीते छह वर्षों में इस सुविधा से छह लाख लोग लाभांवित हुए हैं। निवेशक सुरक्षा के मामले में सेबी को दुनिया भर में सातवां स्थान पाने में सफलता मिली है। नियामक अपनी वेबसाइट के जरिये भी निवेशकों की शिकायतों को निपटाने के साथ उनकी मदद के लिए जानकारी प्रदान कर रहा है। सिन्हा ने निवेशकों को निवेश करने से पहले सतर्कता बरतने की नसीहत दी।
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