फर्जी कंपनियों ने खरीदी ममता की पेंटिंग्स
कोलकाता। करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले की सीबीआइ जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पेंटिंग्स बिक्री से संबंधित तथ्य भी सामने आ रहे हैं।
सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, पेंटिंग्स की बिक्री में ढेरों वित्तीय अनियमितताएं दिख रही हैं और फर्जी कंपनियों के नाम से इसकी खरीद की गई।
दरअसल, महानगर के ब्रिटिश इंडिया स्ट्रीट स्थित दुर्गा फैशन लिमिटेड नामक कंपनी ने 2010-11 में 30 लाख रुपये में कुल नौ पेंटिंग्स खरीदी थी। कंपनी की बैलेंस शीट से यह विवरण मिला है, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि 2009-10 में दुर्गा फैशन लिमिटेड ने अपना कुल कारोबार महज 36 हजार रुपये दिखाया था। 2010-11 की बैलेंस शीट में भी कंपनी का कुल कारोबार इतना ही दिखता है।
ऐसे में स्पष्ट सवाल है कि जिस कंपनी का कुल कारोबार ही महज 36 हजार रुपये है, उसने 30 लाख रुपये की पेंटिंग्स कैसे खरीदी और इसका उद्देश्य क्या था? इतना ही नहीं जिस पते पर दुर्गा फैशन लिमिटेड का कार्यालय है, उसी पते पर त्रिनेत्र का भी कार्यालय है। त्रिनेत्र वही संस्था है, जिससे सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के खाते में मोटी रकम डाली गई थी। दुर्गा फैशन लिमिटेड के तीन निदेशकों में से एक मनोज शर्मा हैं और त्रिनेत्र के निदेशक मंडल में भी एक नाम मनोज शर्मा का है।
सवाल यहां भी है कि दोनों मनोज शर्मा एक ही व्यक्ति है या अलग। सिर्फ दुर्गा फैशन लिमिटेड ही नहीं, सीबीआइ को जांच में और भी कई फर्जी कंपनियों के बारे में पता चला है। शेक्सपियर सरणी थानांतर्गत शांतिनिकेतन बिल्डिंग में माउंट व्यू नामक ऐसी ही फर्जी कंपनी का पर्दाफाश हुआ है। इसने भी एक करोड़ रुपये में दो पेंटिंग्स खरीदी थी, जबकि इसका कारोबार हजारों तक ही सीमित है।
अगर आपके पास भी मल्टी लेवल मार्केटिंग (MLM) से जुडी कुछ जानकारी है या फिर आप विचार शेयर करना हैं तो कमेंट बाक्स मे जाकर कमेंट कर सकतें हैं।
Leave a Reply