शारदा कांड में पूर्व डीजी रजत मजूमदार को हाईकोर्ट से मिली सशर्त जमानत
कोलकाता। सृंजय बोस के बाद सारधा चिटफंड मामले में गिरफ्तार तृणमूल नेता व राज्य पुलिस के सेवानिवृत्त महानिदेशक रजत मजूमदार को कलकत्ता हाईकोर्ट से सोमवार को जमानत मिल गई।
न्यायाधीश शुभ्रकमल मुखर्जी तथा न्यायाधीश आशीष चक्रवर्ती की पीठ ने पूर्व डीजीपी को सशर्त जमानत दी है।
उन्हें एक लाख रूपए के निजी मुचलके पर जमानत दी गई। जमानत की शर्तो के अनुसार रजत मजुमदार अदालत की इजाजत के बिना कोलकाता से बाहर नहीं जा सकते। उन्हें अपना पासपोर्ट सीबीआई को सौंपना होगा। सप्ताह में एक दिन उन्हें विधाननगर कमिश्नरेट में हाजिरी लगानी होगी। सीबीआई जब चाहे उन्हें बुलाकर पूछताछ कर सकती है।
रजत के खिलाफ सीबीआई ने नवंबर में ही आरोप-पत्र दायर कर दिया था। पिछले 9 सितंबर को सीबीआई ने उन्हें सारधा रियलटी मामले में गिरफ्तार किया था। लंबे समय से रजत मजुमदार अलीपुर सेण्ट्रल जेल में हैं। सोमवार को मजूमदार के अधिवक्ता मिलन मुखर्जी व शेखर बसु ने अदालत से कहा कि सीबीआई ने पहले दायर आरोप पत्र में उनके खिलाफ धारा-409 शामिल नहीं की थी। बाद में अलीपुर अदालत ने यह धारा जोड़ी।
अधिवक्ताओं ने दलील दी कि रजत मजूमदार के विरूद्ध सबूत नष्ट करने की कोई शिकायत सीबीआई के पास नहीं हैं। वे लगभग पांच महीने से जेल में हैं। इसलिए अदालत उन्हें जमानत दे दे। सीबीआई अधिवक्ता ने उनकी जमानत का विरोध किया । दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने रजत मजूमदार को सशर्त जमानत दे दी।
मजूमदार पर सीबीआई का आरोप है कि उन्होंने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर सुदीप्त सेन के व्यवसाय चलाने में मदद की थी। रजत तृणमूल ऎसे दूसरे आरोपी हैं जिन्हें सारधा मामले में जमानत मिली है।
प्रशांत नस्कर को 19 तक ईडी रिमाण्ड
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सारधा चिटफंड घोटाले में गिरफ्तार प्रशांत नस्कर को सोमवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे 19 फरवरी तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। केन्द्रीय एजेन्सी के अधिकारी प्रशांत से पूछताछ कर रहे हैं।
ईडी के वकील ने हिरासत की मांग करते हुए अदालत में दलील दी कि प्रशांत नस्कर मामले में गिरफ्तार मंत्री मदन मित्रा और सारधा समूह के चेयरमैन सुदीप्त सेन दोनों का करीबी है। घोटाले के बारे में वह बहुत कुछ जानता है। उसको साथ लेकर अभी कई जगह छापामारी करना बाकी है। नस्कर को शुक्रवार को ईडी ने गिरफ्तार किया था। सारधा रिएल्टी कंपनी के पदाधिकारी प्रशांत को साथ में लेकर रविवार को ईडी के अधिकारियों ने बांकुड़ा जिले में सारधा गार्डेन, सारधा कंट्रक्शन के कार्यालय आदि में छापामारी की थी।
केन्द्रीय एजेन्सी के अधिकारियों ने भारी मात्रा में कागजात जब्त किए गए हैं। उनकी जांच की जा रही है। ईडी सूत्रों के अनुसार प्रशांत के पास सारधा समूह तथा कई प्रभावशाली लोगों की बेनामी संपत्ति के बारे में जानकारी है। उससे पूछताछ में कई महत्वपूर्ण तथ्य मिल सकते हैं।
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