दक्षिण हरियाणा बिजली विभाग बिजली घोटाले की तीन करोड़ की राशि के मामले में कानूनी कार्रवाई में जुटी है। वहीं दूसरी तरफ डिवीजन बिजली दफ्तर में सात लाख का मामला सामने आया है। ये सभी घोटाले बिजली निगम के कार्यालय के कर्मचारीऔर बैंक कर्मचारी के साथ मिलकर किया गया है।
इस बात की जानकारी दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की ऑडिट विभाग की टीम ने किया है। जिसमें इन्होंने लगभग 50 उपभोक्ताओं के सात लाख रुपये लिए है। बिजली निगम के अधीक्षक आरएस यादव ने संबंधित एसडीओ जेपी दहिया को इस मामले में सख्त हिदायत दी है कि सभी खातों की बारीकी से जांच की जाए तथा घोटालेबाजों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
एसडीओ जेपी दहिया ने कहा है कि अभी मामले की जांच रही है और गड़बड़ी करने वालों से रिकवरी कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि लगभग पौने सात लाख रुपये रिकवर करके बिजली निगम के खाते में जमा करा दिए गए हैं। निगम की ओर से सभी उपभोक्ताओं के खातों की भी बारीकी से जाँच-पड़ताल की रही है।
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