संत कबीर दास ने कहा है यदि किसी व्यक्ति को सही तरीके से बोलना आता है तो उसे पता है कि वाणी कितनी अनमोल तथा अमूल्य रत्न है। इसलिए उसे ह्रदय के तराजू में तोलकर ही उसे मुंह से बाहर निकालना चाहिए। ऐसे विचार जो दूसरो को प्रेरित करे, ऐसे विचारो को एक दूसरो के साथ […]
कबीर दोहा-4 काल करे सो आज कर
कबीर दास जी हमें समय की गुणवत्ता और महत्ता को बताते हुए कहते हैं कि जो काम कल करना है उसे आज कर लो और जो आज करना है उसे अभी करो जीवन बहुत छोटी है, कुछ ही पल है हमारे पास फिर जीवन ख़त्म हो जायेगा तो तुम क्या करोगे। ऐसे विचार जो दूसरो […]
मुर्खो की तारीफ से भली है बुद्धिमान की डांट
आचार्य चाणक्य ने कहा है कि मुर्खो की बेबुनियादी तारीफ से बेहतर होगा कि किसी एक बुद्धिमान का डांट सुनना,क्योंकी बुद्धिमान की डांट से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। लेकिन मुर्ख कभी ऐसी बात नही कर सकता जिससे जिससे वह कुछ अच्छा सोच सकता है। ऐसे विचार जो दूसरो को प्रेरित करे, ऐसे […]
शिक्षा मानव को उच्च राह दिखाती है: चाणक्य
शिक्षा ही मानव जीवन मे बैहद जरुरी है। क्योंकी शिक्षा के अभाव मे मनुष्य कुछ भी गलत कदम उठा सकता है। अशिक्षित व्यक्ति एक जानवर के अनुसार समान होता है इसके अलावा शिक्षित व्यक्ति का समाज के हर तबके मे मान सम्मान मिलता है। शिक्षा ही सही और गलत दोनो के बीच का मत भेद […]
बार-बार गलती को माफ करना देती है गलत काम को बढ़ावा
गलत काम पर चलने वाले मनुष्य के पैरो मे अच्छाइएों की बैडी डालना बैहत जरुरी है, क्योंकी गलत राह पर चलते चलते इंसान और भी बुरे कामो मे पड़ जाता है। जिसके बाद उसके मन का सारा भय धीरे धीरे करके खत्म हो जाता है जिसके बाद वह सही राह पर आना भी चाहे तो […]
बातो को सुनते समय इधर उधर देखना देता है घातक संकेत : चाणक्य
अगर आप किसी से बात कर रहें हो और वह युवक आप से बात करते समय,आपकी बातो को सुनने की बजाए इधर उधर देखे तो समझ जाऐं की उनकी साफ मंशा नही है। तथा उनकी नियत मे कुछ खोट है। ऐसे व्यक्तियो से बात करते समय सावधानी बर्ते । ऐसे विचार जो दूसरो को […]
मुर्खो से उसी की भाषा मे बोलना चाहिए: चाणक्य
चाणक्य ने कहा है कि मुर्खो से मुर्ख जैसी ही भाषा बोलनी चाहिए,क्योंकी उसको उसी की ही जुबान मे समझ मे आएगा कि सामने वाला क्या बोलना चाहता है और किस विषय पर बोल रहा है। ऐसा करने से मुर्ख व्यक्ति भी आसानी से समझ सकता है। ऐसे विचार जो दूसरो को प्रेरित करे, ऐसे […]
कबीर दोहा – 3 साईं इतना दीजिए
कबीर दस जी परमात्मा से कहते हैं कि तुम मुझे इतना दो कि जिसमे बस मेरा गुजरा चल जाये , मैं खुद भी अपना पेट पाल सकूँ और आने वाले मेहमानो को भी भोजन करा सकूँ। ऐसे विचार जो दूसरो को प्रेरित करे, ऐसे विचारो को एक दूसरो के साथ जरुर शेयर करें
कबीर दास दोहा-1 मुझसे बुरा न कोय
कबीर ने कहा जब मैं इस दुनिया में बुरा खोजने के लिए निकला तो मुझे संसार में कही बुराई नहीं नजर आई,लेकिन जब अपने आप में झाँक कर देखा तो मुझसे बुरी कोई नहीं था। ऐसे विचार जो दूसरो को प्रेरित करे, ऐसे विचारो को एक दूसरो के साथ जरुर शेयर करें
अत्याधिक सीधा होना भी होता कष्टदायक : चाणक्य
“महान आत्मा आचार्य श्री चाणक्य ने अपनी नीती मे कहा है कि अत्याधिक सीधा होना भी मनुष्य के लिए दुखदायी होता है क्योंकी सीधा पेड हो या फिर सीधा व्यक्ति पहले ही चाकू की धार के नीचे आते है. इसलिए इतना भी सीधे मत बनो जो कि लोग तुम्हे जीने न दें” ऐसे विचार […]