“विद्धवान आचार्यो मे से एक चाणक्य ने कहा है कि इस भूमि पर तकरीबन सभी वस्तुऐ मिलनी आसान है और सभी चीजे मिल भी जाती है बड़ी आसानी से, लेकिन उतनी ही मुश्किल है इस धरती पर एक सज्जन पुरुष का मिलना… सभी प्रकार के व्यक्ति मिल जाऐंगें लेकिन एक सज्जन पुरुष नही मिलेगा…” ऐसे […]
कबीर दास दोहा-2 जाति न पूछो साधु की
कबीर का कहना है सज्जन लोगो की कभी जाति नहीं पूछनी चाहिए उसके ज्ञान को समझना चाहिए क्योंकि तलवार का मूल्य देखा जाता है न कि उसकी मयान का। ऐसे विचार जो दूसरो को प्रेरित करे, ऐसे विचारो को एक दूसरो के साथ जरुर शेयर करें
चाणक्य विचार ! दूसरो की गलतियों से सीखोे
“चाणक्य ने कहा है कि दूसरो की गलतियों का उपह्रास उडाने की बजाए उनकी गलतियों से हमे जो सबक मिलता है उससे कुछ न कुछ सीखने को मिलता इसलिए ऐसे मौके को कभी न ग्वाऐं। क्योंकी सीखने है बहुत कुछ लेकिन उसके मुकाबले ये जिदंगी बहुत छोटी सी है… इसलिए गलतियों को न दोहराएं बल्कि […]
चाणक्य की सीख : दूसरो पर निर्भरत से बेहतर है, मुर्खता
“चाणक्य के अनुसार जवानी के जोश मे मानव अपना धर्म कर्म को भुला कर कामवासना की ओर खींचा चला जाता है अर्थात जिसके कारण उसे जीवन भर दुखद परिणाम की आग मे झुलसता रहता है…परंतु इससे भी अधिक मानव के लिए दुखदायिक होता है दूसरो पर निर्भर रहना और दूसरो पर निर्भर रहने वाला मनुष्य […]
चाणक्य नीती ! पढ़िए खास चाणक्य नीतियां
“क्योंकी परिश्रम ही मनुष्य को उसकी मंजिल और सही राह तक ले जाने मे हमेशा से ही कामगार साबित रहा है। आचार्य ने कहा है कि जो भी मनुष्य सर्दी गर्मी और धुप छांव की चिंता किए बगैर अपने काम मे लीन रहता है सफलता उसके दरवाजे पर स्वंय ही दस्तक देती है.” ऐसे विचार […]