मुंबई पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा ने शुक्रवार को क्यु नेट इंडिया के आठ एम एल एम नेताओं को निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया.इतना ही नहीं क्यु नेट पर यह भी आरोप है कि उसने प्रतिबंधित बाइनरी एम एल एम प्लान का इस्तेमाल अपने निवेशकों को लुभाने में किया.
इससे पहले भी इस तरह के केस में अपराध शाखा ने क्यु नेट के दो बैंक खातों को सील कर दिया था जिसमें 45 करोड़ रुपये पड़े थे और साथ ही मंजुनाथ हेगड़े को भी गिरफ्तार कर लिया था.
इस मामले में गिरफ्तार होने वाले कुछ अन्य लोग हैं विवेक सिंह,शशी पांडेय,नम्रता पांडेय,सबीना मैथ्यु,विजय मैथ्यु,जयदेव परमार,रोहित चंद्रा और महेश बहारवाली .प्राइज चीट और मनी सर्कुलेशन स्कीम 1978 के तहत इन सभी आरोपियों पर धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप लगाये गये हैं.इनहें शनिवार को हॉलिडे कोर्ट में पेश किया जाएगा.
आर्थिक अपराध शाखा ने विवेक कुमार सिंह के बैंक अकाउंट से 1.8 करोड़ रुपये जब्त किए.वही शशीभुषन रामेश्वर पांडे के पास से 70 लाख,जबकि उनकी पत्नी के पास से 2.5 करोड़,सबीना मैथ्युज और उनके पति विजय मैथ्युज के पास से भी करोड़ों रुपये बरामद किये गये.वही जगदेव सिंह परमार के बैंक अकाउंट में 70 लाख,रोहीत चंद्रा के अकाउंट में 1.2 करोड़ रुपये पाये गये जिन्हें आर्थिक अपराध शाखा ने जब्त कर लिया है.
आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजवर्धन सिंह का कहना है कि भारत में प्रतिबंधित बाइनरी पिरामिड स्कीम में इन आरोपियों को 40 लाख से लेकर 2.5 करोड़ रुपये कमिशन के रुप में प्राप्त हुए.
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा का कहना है कि वे क्यु नेट के इस एम एल एम पिरामिड स्कीम की जांच कर रहे हैं जिसमें देश के हजारों निवेशकों की पूंजी लगी हुयी है.अपराध शाखा ने कंपनी के ग्लोबल मैनेजिंग डायरेक्टर विजय इश्वरन को गिरफ्तार कर लिया जो विहान डायरेक्ट सेलिंग (इंडिया) प्रायवेट लिमिटेड के डायरेक्टर भी हैं.
अगर आपके पास भी मल्टी लेवल मार्केटिंग (MLM) से जुडी कुछ जानकारी है या फिर आप विचार शेयर करना हैं तो कमेंट बाक्स मे जाकर कमेंट कर सकतें हैं।
Leave a Reply