नई दिल्लीः सेन्ट्रल दिल्ली के पहाड़गंज इलाके मे एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां पर ठग खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज बताकर होटल वालो से अवैध वसुली करता पकड़ा गया है। पुलिस के अनुसार आरोपी 65 वर्षीय किशन लाल के पास से पुलिस ने केंद्रीय कानून मंत्रालय से जारी किया गया सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश का जाली आईकार्ड बरामद किया है। आईकार्ड में एस. स्वामी के हस्ताक्षर है,जिन्हे भारत का मुख्य न्यायाधीश बताया गया है। इस शातीर ठग को जजों की तरह काले कोट व गले में टाई लगाए नई इनोवा कार में सवार देख एक बार के लिए पुलिस वाले भी धोखा खा गऐ थे । उन्होंने डर-डर कर पूछताछ शुरू की, और शक हो जाने के बाद उसे धर दबोचा।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक आरोपी किशनलाल गुप्ता काफी पैसो वाला है। और वह कमला नगर में अपनी आलीशान कोठी में रहता है। कुछ साल पहले वह दिल्ली में एक रूह-आफजा का वितरक था।
पुलिसिया पुछताछ मे आरोपी ने अपना गुन्हा कबुलते हुऐ कहा है कि कारोबार में भारी घाटा होने पर उसने ठगी का रास्ता अपना लिया। अक्सर वह बड़े बाजारों में शिकार की तालाश मे रहता था। रोज़ की तरह रविवार शाम को भी किशनलाल न्यायाधीश बनकर ठगी को अंजाम देने के लिए इनोवा कार से पहाडग़ंज इलाके में आया। और एक होटल के आगे कार खड़ी कर उसने चालक मुनीराम को कुछ होटल कारोबारियों को बुलाने को कहा। न्यायाधीश के आने की बात सुनकर कई होटल कारोबारी चालक के साथ चलने लगे।
इसी दौरान चालक ने कारोबारियों से कहा कि जज साहब होटल का लाइसेंस रद्द कर सकते हैं। यदि आप लोग चाहो तो कुछ ले दें कर सेटलमेंट करा सकता हूं। जिस पर कुछ कारोबारियो ने ड़र के मारे चालक को पैसे दे दिऐं।लेकिन दिनेश नाम के कारोबारी को जज पर शक हुआ तो उसने देर न लगाते हुऐं 100 नम्बर पर कॉल कर दी। मामले को गम्भीरता से लेते हुऐ नबी करीम थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किशनलाल व चालक मुनीराम दोनों को रंगे हाथ धर दबोचा।
अगर आपके पास भी मल्टी लेवल मार्केटिंग (MLM) से जुडी कुछ जानकारी है या फिर आप विचार शेयर करना हैं तो कमेंट बाक्स मे जाकर कमेंट कर सकतें हैं।
Leave a Reply