Saradha Scam – मतंग सिंह की 90 करोड़ की संपत्ति जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह की 90 करोड़ रुपये मूल्य से अधिक की संपत्ति शुक्रवार को जब्त कर ली।
साथ ही ईडी ने मनी लॉन्ड्रिग की जांच को लेकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद अर्पिता घोष और मतंग सिंह के दो सहयोगियों को नया समन भी जारी किया है।
संपत्ति जब्त करने की यह कार्रवाई सारदा घोटाले में मनी लांड्रिंग निरोधक कानून के कथित उल्लंघन को लेकर की गई है। ईडी ने 90 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है। इसमें दो फ्लैट दिल्ली के पॉश कॉलोनी में हैं जबकि नोएडा में एक पूरा अपार्टमेंट है जिसमें उनके कथित रूप से कई फ्लैट हैं।
सूत्रों ने कहा कि एक फ्लैट गोल मार्केट में डॉक्टर लेन में है। इन संपत्तियों को जल्दी ही कुर्क किया जाएगा। उधर, ईडी ने पश्चिम बंगाल में बालूरघाट सांसद अर्पिता घोष को 13 फरवरी को पेश होने के लिए समन जारी किया गया है जबकि मतंग सिंह की सहयोगी ख्याति सदाना और रूपेंद्रनाथ सिंह को भी अगले हफ्ते बुलाया गया है। एक सूत्र ने बताया, सभी आरोपियों के बयान अगले हफ्ते धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत दर्ज किए जाएंगे।
गौरतलब है कि यह दूसरा मौका है जब घोष को इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने तलब किया है। वह सारदा मीडिया की शाखा ‘एकहों समय’ से जुड़ी हुई थीं। वेतन के भुगतान में कथित कुप्रबंधन को लेकर उन्होंने खुद सुदिप्तो सेन के मालिकाना हक वाले निष्क्रिय समूह के खिलाफ एक मामला दर्ज कराया था।
कोर्ट में पेश नहीं हुए मतंग सिंह
सारदा घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह शुक्रवार को बीमार होने की वजह से अलीपुर की अदालत में पेश नहीं हो पाए। सिंह को गुरुवार को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल से छुट्टी मिली और उन्हें जेल हिरासत में भेज दिया गया।
मदन मित्रा ने जमानत याचिका दायर की
पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री मदन मित्रा ने शुक्रवार को अलीपुर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में एक जमानत याचिका दायर की। मित्रा को सीबीआई ने सारदा घोटाला के सिलसिले में पिछले साल 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। मामला सुनवाई के लिए 60 दिनों की वैधानिक अवधि पूरी होने के बाद 11 फरवरी को आएगा। उस अवधि के दौरान अभियोजन पक्ष को आरोप पत्र दायर करना होता है। मित्रा फिलहाल अलीपुर जेल में हैं।
उपराष्ट्रपति से मिले तृणमूल सांसद
तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने सारदा चिटफंड घोटाले में अपनी पार्टी के राज्यसभा सदस्यों को सीबीआई द्वारा ‘निशाना’ बनाए जाने को लेकर शुक्रवार को उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से मुलाकात की। यह मुलाकात सुप्रीम कोर्ट द्वारा पश्चिम बंगाल सरकार और तृणमूल कांग्रेस की याचिका खारिज किए जाने के एक दिन बाद हुई है। सरकार और पार्टी ने इस मामले में न्यायालय से सीबीआई की जांच की निगरानी करने का अनुरोध किया था। उप राष्ट्रपति से मिलने वाले तृणमूल के राज्यसभा सदस्यों में जोगन चौधरी, नदीमुल हक, अहमद हसन तथा पार्टी के महासचिव मुकुल रॉय शामिल थे।
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