Saradha Scam – मदन, सृंजय व कुणाल के नाम
कोलकाता: सारधा रियल्टी मामले में सीबीआइ ने बुधवार को अलीपुर कोर्ट में पूरक आरोप पत्र दाखिल किया. अदालत सूत्रों के मुताबिक 38 पृष्ठों के इस आरोप पत्र में कुल 63 गवाहों के नामों का जिक्र है. आरोप पत्र में राज्यसभा के पूर्व सांसद सृंजय बोस, तृणमूल के निलंबित सांसद कुणाल घोष, परिवहन मंत्री मदन मित्र व नरेश भलोटिया के भी नाम हैं और इस मामले में सभी के सीधे तौर पर जुड़े होने की बात कही गयी है. सभी को धोखाधड़ी और जालसाजी मामले में आरोपी बताया गया है.
अदालत सूत्रों के मुताबिक इस आरोप पत्र में मीडिया की तीन कंपनियों के नाम भी शामिल हैं. अदालत को सौंपी गयी इस चाजर्शीट में कई सबूत, वीडियो क्लिप, गवाह व आरोपियों के बयानों के रिकार्ड, तसवीरें भी हैं. इस मामले की सुनवाई के दौरान अदालत इन सब सबूतों की जांच करेगी. इस मामले पर सीबीआइ सूत्र बताते हैं कि हावड़ा से गिरफ्तार सारधा समूह के प्रमुख सुदीप्त सेन का व्यापारिक सलाहकार शिव नारायण दास को भी सप्लीमेंटरी चाजर्शीट में जोड़ने की बात थी और चाजर्शीट को 21 फरवरी को पेश करने का निर्णय किया गया था. लेकिन मतंग सिंह व शिव नारायण दास के खिलाफ पूरे सबूत हाथ नहीं लगने के कारण उनके नाम हटा दिये गये.
दिल्ली स्थित दफ्तर से सलाह लेकर चाजर्शीट को तय समय के पहले बुधवार यानी 18 फरवरी को अदालत में पेश कर दिया गया. इस मामले की अगली व सप्लीमेंटरी चाजर्शीट में शिव नारायण दास और मतंग सिंह के नाम का उल्लेख होने की बात कही गयी है. इससे पहले, इस मामले की पहली चाजर्शीट 17 नवंबर को पेश की गयी थी. उसमें कुणाल घोष का नाम नहीं था. उल्लेखनीय है कि सीबीआइ सारधा चिटफंड मामले की जांच कर रही है. इस मामले में परिवहन मंत्री मदन मित्र, कुणाल घोष तथा नरेश भलोटिया अब भी हिरासत में हैं. हालांकि राज्यसभा के पूर्व सांसद सृंजय बोस को जमानत मिल गयी.
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