आचार्य चाणक्य ने कहा है कि मुर्खो की बेबुनियादी तारीफ से बेहतर होगा कि किसी एक बुद्धिमान का डांट सुनना,क्योंकी बुद्धिमान की डांट से कुछ न कुछ सीखने को मिलता है। लेकिन मुर्ख कभी ऐसी बात नही कर सकता जिससे जिससे वह कुछ अच्छा सोच सकता है। ऐसे विचार जो दूसरो को प्रेरित करे, ऐसे […]
शिक्षा मानव को उच्च राह दिखाती है: चाणक्य
शिक्षा ही मानव जीवन मे बैहद जरुरी है। क्योंकी शिक्षा के अभाव मे मनुष्य कुछ भी गलत कदम उठा सकता है। अशिक्षित व्यक्ति एक जानवर के अनुसार समान होता है इसके अलावा शिक्षित व्यक्ति का समाज के हर तबके मे मान सम्मान मिलता है। शिक्षा ही सही और गलत दोनो के बीच का मत भेद […]
बार-बार गलती को माफ करना देती है गलत काम को बढ़ावा
गलत काम पर चलने वाले मनुष्य के पैरो मे अच्छाइएों की बैडी डालना बैहत जरुरी है, क्योंकी गलत राह पर चलते चलते इंसान और भी बुरे कामो मे पड़ जाता है। जिसके बाद उसके मन का सारा भय धीरे धीरे करके खत्म हो जाता है जिसके बाद वह सही राह पर आना भी चाहे तो […]
बातो को सुनते समय इधर उधर देखना देता है घातक संकेत : चाणक्य
अगर आप किसी से बात कर रहें हो और वह युवक आप से बात करते समय,आपकी बातो को सुनने की बजाए इधर उधर देखे तो समझ जाऐं की उनकी साफ मंशा नही है। तथा उनकी नियत मे कुछ खोट है। ऐसे व्यक्तियो से बात करते समय सावधानी बर्ते । ऐसे विचार जो दूसरो को […]
मुर्खो से उसी की भाषा मे बोलना चाहिए: चाणक्य
चाणक्य ने कहा है कि मुर्खो से मुर्ख जैसी ही भाषा बोलनी चाहिए,क्योंकी उसको उसी की ही जुबान मे समझ मे आएगा कि सामने वाला क्या बोलना चाहता है और किस विषय पर बोल रहा है। ऐसा करने से मुर्ख व्यक्ति भी आसानी से समझ सकता है। ऐसे विचार जो दूसरो को प्रेरित करे, ऐसे […]
अत्याधिक सीधा होना भी होता कष्टदायक : चाणक्य
“महान आत्मा आचार्य श्री चाणक्य ने अपनी नीती मे कहा है कि अत्याधिक सीधा होना भी मनुष्य के लिए दुखदायी होता है क्योंकी सीधा पेड हो या फिर सीधा व्यक्ति पहले ही चाकू की धार के नीचे आते है. इसलिए इतना भी सीधे मत बनो जो कि लोग तुम्हे जीने न दें” ऐसे विचार […]
चाणक्य वाणी ! दूर्लभ है मिलना सज्जन पुरुष
“विद्धवान आचार्यो मे से एक चाणक्य ने कहा है कि इस भूमि पर तकरीबन सभी वस्तुऐ मिलनी आसान है और सभी चीजे मिल भी जाती है बड़ी आसानी से, लेकिन उतनी ही मुश्किल है इस धरती पर एक सज्जन पुरुष का मिलना… सभी प्रकार के व्यक्ति मिल जाऐंगें लेकिन एक सज्जन पुरुष नही मिलेगा…” ऐसे […]
चाणक्य विचार ! दूसरो की गलतियों से सीखोे
“चाणक्य ने कहा है कि दूसरो की गलतियों का उपह्रास उडाने की बजाए उनकी गलतियों से हमे जो सबक मिलता है उससे कुछ न कुछ सीखने को मिलता इसलिए ऐसे मौके को कभी न ग्वाऐं। क्योंकी सीखने है बहुत कुछ लेकिन उसके मुकाबले ये जिदंगी बहुत छोटी सी है… इसलिए गलतियों को न दोहराएं बल्कि […]
चाणक्य की सीख : दूसरो पर निर्भरत से बेहतर है, मुर्खता
“चाणक्य के अनुसार जवानी के जोश मे मानव अपना धर्म कर्म को भुला कर कामवासना की ओर खींचा चला जाता है अर्थात जिसके कारण उसे जीवन भर दुखद परिणाम की आग मे झुलसता रहता है…परंतु इससे भी अधिक मानव के लिए दुखदायिक होता है दूसरो पर निर्भर रहना और दूसरो पर निर्भर रहने वाला मनुष्य […]
चाणक्य नीती ! पढ़िए खास चाणक्य नीतियां
“क्योंकी परिश्रम ही मनुष्य को उसकी मंजिल और सही राह तक ले जाने मे हमेशा से ही कामगार साबित रहा है। आचार्य ने कहा है कि जो भी मनुष्य सर्दी गर्मी और धुप छांव की चिंता किए बगैर अपने काम मे लीन रहता है सफलता उसके दरवाजे पर स्वंय ही दस्तक देती है.” ऐसे विचार […]