लाख परेशानियो से गुजरने के बावजूद भी सहारा के कर्मचारी अपनी हरकतो से बाज नही आ रहे है, फिर भी लोगो को बराबर ही नोचना खसोटना अभी भी जारी है। वो कहते है न चोर चोरी से जाऐं पर हेरा फैरी से न जाऐं। देखा जाए तो वही हाल सहारा का भी है।
Home » rashtriya sahara news paper