लोग रोते रहे चिल्लाते रहे और सरकार चुपचाप खामोश होकर देखती रही। ऐसा लगता है जैसे कि सरकार को अपने राज्य की जनता की तभी याद आती है जब चुनाव सिर पर आते है और उसके बाद तु कौन तो मैं कौन ? पीछले ढाई सालो मे फर्जी कंपनियां जनता से धोखाधड़ी करके पांच सौ […]
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