पीएसीएल के सिर से मुसिबतो का बादल छटने का नाम नही ले रहा है। अब मामले एक ओर नया मोड आया है जब सीबीआई ने पीएसीएल के रायपुर स्थित कार्यालय मे स्थानिए मामले के संबधित प्रशासन ने छापेमारी कर कार्यवाही की है। जिला प्रशासन ने कंपनी से उसकी वैधानिकता प्रमाणित करने वाले दस्तावेज मांग थे परंतु पीएसीएल निर्धारित अवधि में दस्तावेज पेश नहीं कर पाई थी जिस कारण से पीएसीएल को सीबीआई जांच का सामना करना पड़ा है।
मामले मे जांच कमेटी के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कोषालय अधिकारी एनके मित्रा ने बताया कि उनकी टीम कृष्णा कॉम्प्लेक्स स्थित पीएसीएल लिमिटेड के पर्ल्स कार्यालय में जांच करने जा चुकी है। उस वक्त कंपनी के लोगों ने पंजीयन से संबंधित दस्तावेज पेश करने के लिए समय मांगा था, तब जांच कमेटी ने चौबीस घंटे का समय दिया था। दी हूई समय अवधि गुजरने के बाद भी कंपनी ने कोई दस्तावेज जांच कमेटी के समक्ष पेश नहीं किए थे।
इसके बाद जांच कमेटी ने PACL के पास किसी भी तरह के दस्तावेज नहीं होने की रिपोर्ट कलेक्टर ठाकुर रामसिंह को तलब की थी। कमेटी ने कंपनी पर कार्रवाई की अनुसंशा भी की थी। गौरतलब है कि चिटफंड कंपनियों के खिलाफ पुलिस और जिला प्रशासन की अलग-अलग टीम जांच में लगी है। जिला प्रशासन ने कोषालय अधिकारियों की टीम बनाई है तो एसपी ने शहर के सभी सीएसपी को चार-पांच चिटफंड कंपनियों की जांच का जिम्मा सौंपा है। क्योंकि, जिला प्रशासन कंपनियों के खिलाफ सीधे कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है, इसलिए पुलिस को रिपोर्ट दी जा रही है।
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md faizan ali says
jab ye company galat sabit ho gye hai to parmatent band karo or jis public ka paisa us me jama hai wapas kare juld kyunki jo custamer is bat se usko koi matlab nahi hai sabhi agent ko samna karna per raha hai