आज के इस भाग दौर भरी जिंदगी मे लोगो के फैशन बदल रहे है, तौर तरीके बदल रहे है,और बाजारो मे भी तेजी से बदलाव आ रहा है। आज की इस 21 वी सदी मे डायरेक्ट सेलिंग का बाजार क्रांतिकारी के रूप मे उभर कर सामने आया है। लेकिन बाजारो मे धीमी सी आहट से ही बडे परिवर्तन आ रहे हैं। जिसके बाद डायरेक्ट सेलिंग के बाजार मे दूरदर्शी व्यपारियो कि एक पौध का जन्म होता है, जो की इस व्यापार मे बाजार का प्रतिनिधि कहलाते है।
वल्ड फेडरेशन आॅफ डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन के अनूसार इस उद्योग मे विश्वभर के 59 देश इस व्यपार से 178 बिलियन डाॅलर से भी ज्यादा का सालाना व्यपार कर रहे है। और इस उद्योग का फिलहाल 9.6 करोड़ से ज्यादा लोग प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
एंटरप्रीन्योरशिप का माध्यम एमएलएम
डायरेक्ट सेलिंग या मल्टी लेवल मार्केटिंग का नाम तो तकरीबन सभी लोग जानते है, लेकिन यह बात शायद ही कोई जानता होगा की आने वाले समय मे वैश्विक बाज़ार मे इस उद्योग मे काफी तेजी आने वाली है,जिससे बाज़ारो का अंक गणित पूरी तरह से उलट जाएगा। यह उद्योग अमेरिका मे 1930 मे आई आर्थिक बंदी के दौरान इसका जन्म हुआ, जो कि आज लगभग 87 सालो मे यह व्यपार करोडो लोगो कि आय का माध्यम बनकर सामने आया है।
इसके साथ ही गत वर्ष 2014 मे युनाईटेट स्टेट्स डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन के नेशनल सेल्स फोर्स सर्वे के अनुसार, अमेरिका में करीब 1.82 करोड़ लोगों की जिंदगी बदलने वाले इस व्यवसाय में गत वर्ष 8.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जो बाजार के हालात देखते हुए उम्दा है। मल्टी लेवल मार्केटिंग के जरिए करीब 1.4 करोड़ महिलाएं एंटरप्रीन्योशिप कर रही हैं और करीब 6 करोड़ लोग अपनी घरेलू जरूरतें पूरी करने के लिए इस उद्योग का सहारा ले रहे हैं।
विश्व की कई बड़ी मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनियों के जन्मदाता अमेरिका में नासा के वैज्ञानिक, अंतरराष्ट्रीय बैंकों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष स्तर के अधिकारी मोटे पैकेज की नौकरियों पर कम्प्यूटर कंसलटेंट्स, डॉक्टर्स और इंजीनियर्स की बड़ी तादाद ऐसी है, जो अपने व्यावसायिक अनुभवों और मोटे पैकेजों को छोड़कर इस उद्योग का रुख कर चुकी है।
डायरेक्ट सेलिंग में ‘2025’ तक 64,500 करोड़ का होगा टर्नओवर
पीएमजी और फिक्की की रिर्पोट के अनुसार भारत मे डायरेक्ट सेलिंग बाजार मे आने वाले बदलाव और उसमे होने वाले ग्रोथ का इशारा किया। इस रिपोर्ट की मानें तो 2025 तक डायरेक्ट सेलिंग सेक्टर का मार्केट साइज मौजूदा समय से करीब नौ गुना बढ़कर 64,500 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। घरेलू महिलाओं और उद्यमियों के लिए डायरेक्ट सेलिंग बेहतर कारोबारी मौका मुहैया करा रहा है।
जबकि इस सेक्टर की मार्केट साइज 2011.12 में 6,385 करोड़ रुपए था।
एसोसिएशन के मुताबिक 2019-20 तक डायरेक्ट सेलिंग का मार्केट साइज 34,000 करोड़ रुपए तक हो सकता है। डायरेक्ट सेलिंग नए उद्यमियों और घरेलू महिलाओं के बीच डायरेक्ट सेलिंग बेहतरीन कारोबारी विकल्प के तौर पर उभर रहा है और इसमें करोड़ों लोगों को प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
झुठ के खिलाफ और सही के पक्ष मे सरकार
9 अप्रेल 2003 को उपभोक्ता मामले मंत्रालय के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग की ओर से प्रधानमंत्री को भेजा गया जवाबी पत्र जिसमें मंत्रालय ने साफ स्वीकार किया है कि जो मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनियां भारत में उत्पादों की ब्रिकी पर आधारित हैं, वह प्राइस चिट एण्ड मनी सर्कुलेशन ;बैनिंग एक्ट 1978 के अंतर्गत नहीं आती।
भारत में मल्टी लेवल मार्केटिंग के नाम पर अवैध करोबार करने वालों पर सरकार ने बीते कुछ सालों में सख्ती बरती है, लेकिन वैध तरीके से इस उद्योग में सक्रिय कंपनियों को लेकर सरकार का हमेशा सकारात्मक रुख ही रहा है।
बड़ी कंपनियों की पकड़
भारतीय बाजार में कई बड़ी कंपनियां हैं, जो इस क्षेत्र में अच्छे वर्चस्व के साथ लोगों को आगे बढ़ा रही हैं। इनमें, Amway, Tupperware, Mi Lifestyle, Daehsan, Herbalife, Avon, Vestige, (Altos), ऑरिफ्लेम (Oriflame), थियांसी सरीखी (Tianjin Tianshi) कंपनियां अपने उत्पादों की शृंखला के साथ बाजार में दबदबा कायम किए हुए हैं। बीते 2 सालों में भारतीय डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों में ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड भी तेजी से बढ़ा हैए जिसमें घरेलू सामग्री, कॉस्मेटिक्स, आयुर्वेद, वेलनेस, रसोई सामग्री, बर्तन, जूते, कपड़े इत्यादि भी बिकने लगे हैं। कंपनियां अब ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए घर बैटे सामान पहुंचा रही हैं।
डायरेक्ट सेलिंग मे एक करोड महिलाओ को मिलेगा रोज़गार
2025 तक 1 करोड़ महिलाओं को यह सेक्टर देगा, बिजनेस आसान होने के चलते इसमे कुछ ही हजार रुपए के निवेश से महिलाओं के लिए बेहतर कारोबारी मौके हैं। इसके अलावा नन रिटेल फॉर्मेट का यह सेक्टर 1 करोड़ 80 लाख लोगों को रोजगार का ऑफर कर रहा है।
2025 तक 64,500 करोड़ रुपए का होगी डायरेक्ट सेलिंग रिपोर्ट के मुताबिक डायरेक्ट सेलिंग का दायरा बढ़ता जा रहा हैए
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2025 तक सरकार को इस सेक्टर से करीब 9000 करोड़ रुपए राजस्व हासिल हो सकता है। यह मौजूदा समय के मुकाबले नौ गुना ज्यादा होगा।
अगर आपके पास भी मल्टी लेवल मार्केटिंग (MLM) से जुडी कुछ जानकारी है या फिर आप विचार शेयर करना हैं तो कमेंट बाक्स मे जाकर कमेंट कर सकतें हैं।
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